मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल मंगलवार से खुल गए। पूरे प्रदेश में 20 जून तक प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में स्कूल में नव प्रवेशित बच्चों को तिलक लगाकार स्वागत किया। मुख्यमंत्री के साथ कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, मंत्री विश्वास सारंग, राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा और भोपाल महापौर मालती राय भी उपस्थित रहीं। मुख्यमंत्री ने प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों के बनाए चित्रों की प्रदर्शन की अवलोकन किया। कार्यक्रम में अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में उपलब्धियां अर्जित करने वाले छात्र-छात्राओं का प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मान किया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज बच्चों का शुभागमन हुआ। वो कल वो क्या बनकर निकलेंगे, हम केवल कल्पना कर सकते है। उन्होंने कहा कि मैं भी सरकारी स्कूल में पढ़कर निकला हूं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों से निकले बच्चे भी नई ऊंचाईयों को छूते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा को लेकर हमारे सामने सबसे बड़ा उदाहरण भगवान कृष्ण का है। उनके समय गुरुकुल हुआ करते थे। भगवान कृष्ण 11 साल की उम्र में स्कूल गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जो पढ़ा ऐसा कोई मेधावी विद्यार्थी नहीं हुआ, जो इतने कम समय में इतना शिक्षित हुआ हो। उनकी पूरी शिक्षा का निचोड़ पवित्र ग्रंथ गीता में मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सीएम राइज स्कूल की तरह ही सभी स्कूलों में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
जनजाति कार्य मंत्री विजय शाह ने कार्यक्रम में मांग कि मध्यप्रदेश के सभी तरह के शिक्षण संस्थाओं में जन गण मन का गायन और झण्डा वंदन अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूलों और मदरसों में झंडा वंदन और जन गण मन अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक यह 6वीं से 12वीं कक्षा के लिए था। अब यह पहली कक्षा से लागू कर दिया जाए।