प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के शीर्ष ‘गेमर्स’ के साथ गेमिंग उद्योग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। ई-गेमिंग उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों और उसके भविष्य के बारे में हुई इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ‘गेमर्स’ से कई सवाल किए जबकि कुछ खेलों में उन्होंने अपना हाथ भी आजमाया। बातचीत के दौरान मोदी ने ‘गेमर्स’ से कहा, ‘‘लोगों ने विभिन्न समाधानों की पेशकश की है। मेरे पास ‘मिशन लाइफ’ नामक एक वैकल्पिक समाधान है, जो पर्यावरण को लाभ पहुंचाने के लिए हमारी दैनिक जीवन शैली को बदलने की वकालत करता है।
अब, वैश्विक जलवायु मुद्दों को संबोधित करने के उद्देश्य से एक खेल की कल्पना करें, जिसमें ‘गेमर’ सबसे टिकाऊ दृष्टिकोण की पहचान करने के लिए विभिन्न तरीकों और समाधानों का पता लगाये।” उन्होंने कहा, ‘‘ये कदम क्या हैं? हम इसके माध्यम से कैसे आगे बढ़ सकते हैं और सफलता के लिए सबसे अच्छा तरीका चुन सकते हैं? एक उदाहरण के रूप में स्वच्छता को ही लें। खेल का विषय स्वच्छता के इर्द-गिर्द घूम सकता है और हर बच्चे को यह खेल खेलना चाहिए। युवाओं को भारतीय मूल्यों को अपनाना चाहिए और उनके वास्तविक महत्व को समझना चाहिए।” ‘गेमर्स’ ने प्रधानमंत्री के साथ ‘गेमिंग’ उद्योग में नए क्रियाकलापों के बारे में चर्चा की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे सरकार ने भारत में ‘गेमिंग’ उद्योग को बढ़ावा देने वाले ‘गेमर्स’ की रचनात्मकता को मान्यता दी है। उन्होंने ‘गेमिंग’ उद्योग में महिलाओं की भागीदारी पर भी चर्चा की और साथ ही जुआ बनाम ‘गेमिंग’ से संबंधित मुद्दों पर भी विचार साझा किए।