चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शुक्रवार को ब्लिंकन से कहा कि चीन प्रतिस्पर्धा से नहीं डरता। चीन अमेरिका के साथ सहयोग का इच्छुक है, लेकिन यह दोतरफा होना चाहिए। चीन की यात्रा पर पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को राष्ट्रपति शी चिनफिंग के मुलाकात की।
बैठक में ब्लिंकन ने रूस की सेना को चीन के समर्थन पर विरोध जताया। हालांकि, इस दौरान दोनों देश तनावपूर्ण संबंधों को स्थिर करने के लिए पांच सूत्री सहमति पर पहुंचने में कामयाब रहे। चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और अमेरिका को द्वेषपूर्ण प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के बजाय साझा आधार तलाशना चाहिए।
समृद्ध और संपन्न अमेरिका देखकर खुश- चिनफिंग
उन्होंने कहा कि चीन एक आश्वस्त, खुले, समृद्ध और संपन्न अमेरिका देखकर खुश है। उम्मीद है कि अमेरिका भी चीन के विकास को सकारात्मक नजरिए से देख सकता है। यह एक बुनियादी मुद्दा है, जिसका समाधान किया जाना चाहिए। शी ने कहा कि दोनों पक्षों के अपने मित्र और साझेदार हो सकते हैं और उन्हें एक-दूसरे को निशाना बनाने, विरोध करने या नुकसान पहुंचाने से बचना चाहिए। दोनों देशों को भागीदार होना चाहिए, प्रतिद्वंद्वी नहीं। उन्हें अपने शब्दों और कार्यों में दृढ़ होना चाहिए, बजाय इसके कि कहना कुछ और करना कुछ।
बीजिंग को अतिरिक्त प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा
वहीं, शी से मुलाकात के बाद मीडिया बातचीत में ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और नाटो देश चाहते हैं कि चीन रूस के रक्षा औद्योगिक आधार को समर्थन देना रोक दे, नहीं तो बीजिंग को अतिरिक्त प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। अमेरिका ने पहले ही 100 से अधिक चीनी संस्थाओं आदि पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। हम अतिरिक्त उपाय के लिए पूरी तरह तैयार हैं और मैंने आज अपनी बैठक में इसे स्पष्ट कर दिया है।
वांग यी की अमेरिका को दो टूक
गौरतलब है कि बुधवार को ब्लिंकन के चीन पहुंचने से कुछ घंटे पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें चीन की बढ़ती आक्रामकता को रोकने के लिए आठ अरब डॉलर, ताइवान के लिए अरबों की रक्षा सहायता और यूक्रेन के लिए 61 अरब डॉलर शामिल थे। इस बीच, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि अमेरिका को संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों वाली रेड लाइन पर कदम नहीं रखना चाहिए।
चीन ने टैरिफ कानून पारित किया
चीन ने शुक्रवार को व्यापार रक्षा क्षमता को मजबूत करने के लिए एक टैरिफ कानून पारित किया। यह टैरिफ कानून एक दिसंबर से प्रभावी होगा। यह चीनी आयात और निर्यात पर टैरिफ से संबंधित कई कानूनी प्रावधानों की रूपरेखा तैयार करता है, जिसमें कर प्रोत्साहन से लेकर व्यापार समझौतों से पीछे हटने वाले देशों पर जवाबी हमला करने के चीन के अधिकार तक शामिल हैं।