प्रतिनिधि सभा के सशस्त्र सेवा समिति की सदस्य लिसा मैकक्लेन ने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से कहा कि हम अमेरिका और ताइवान के बीच मजबूत संबंधों के महत्व को और अधिक समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताइवान को रोजाना चीन के खतरों का सामना करना पड़ता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधि सभा के सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल ताइवान के दौरे पर हैं। चीन के बढ़ते दबाव के बीच ताइवान के लिए प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका के समर्थन की पुष्टि की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का वादा किया। गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी सीनेट ने यूक्रेन, इस्राइल और ताइवान को सहायता प्रदान करने के लिए 95 बिलियन अमेरिकी डॉलर के पैकेज को पारित किया है।
ताइवान को रोजाना चीन के खतरों का सामना करना पड़ता है
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिनिधि सभा के सशस्त्र सेवा समिति की सदस्य लिसा मैकक्लेन ने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से कहा कि हम अमेरिका और ताइवान के बीच मजबूत संबंधों के महत्व को और अधिक समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताइवान को रोजाना चीन के खतरों का सामना करना पड़ता है फिर चाहे वह सैन्य कार्रवाई हो या फिर आकाश या जल क्षेत्र में सेना का हस्तक्षेप हो। चीन अपने आक्रामक युद्धाभ्यास और आर्थिक दबाव से भी ताइवान को आए दिन परेशान करता है। मैकक्लेन ने स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए ताइवान के लोगों की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मार्क अल्फोर्ड ने कहा कि आज किसी को भी ताइवान और अमेरिका के रिश्तों पर संदेह नहीं होना चाहिए। हम एक साथ खड़े हैं। हमें आक्रामक ताकतों के खिलाफ एकजुट होने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें साथ मिलकर भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्रता और लोकतंत्र के आदर्शों को बढ़ावा देना चाहिए।
इस महीने 164 बार ट्रैक किए गए चीन के विमान
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस महीने अब तक ताइवान ने उसकी हवाई सीमा में चीन के 164 विमानों को ट्रैक किया है। यह भी बताया गया है कि सितंबर 2020 से चीन ने ताइवान के आसपास परिचालन करने वाले सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या में वृद्धि की है। अगस्त 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका की पूर्व हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था। इसके बाद से चीन की सेना ने ताइवान जलडमरूमध्य सीमा के आसपास अधिक विमान, युद्धपोत और ड्रोन भेजे हैं।