पाकिस्तान में बलूचिस्तान के दो जिलों और सिंध के एक जिले से प्राप्त सीवेज नमूनों में वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप 1 (डब्ल्यूपीवी1) होने की पुष्टि की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार क्वेटा चमन और हैदराबाद से एकत्र किए गए सीवेज नमूनों ने WPV1 के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं। डॉन के मुताबिक इस साल अब तक कुल 38 जिलों में WPV1 वायरस पाया गया है।
पाकिस्तान में बलूचिस्तान के दो जिलों और सिंध के एक जिले से प्राप्त सीवेज नमूनों में वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप 1 (डब्ल्यूपीवी1) होने की पुष्टि की गई है। इसकी जानकारी डॉन की एक रिपोर्ट में सामने आई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, क्वेटा, चमन और हैदराबाद से एकत्र किए गए सीवेज नमूनों ने WPV1 के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं।
इन नमूनों में आनुवंशिक रूप से WPV1 के आयातित YB3A आनुवंशिक क्लस्टर से जुड़ा एक वायरस होता है। ये वायरस 2021 में पाकिस्तान से गायब हो गया था लेकिन पड़ोसी अफगानिस्तान में प्रचलन में बना रहा।
पिछले साल सीमा पार से फैलने के कारण ये वायरस पाकिस्तान में फिर से पाया गया था। सभी पॉजिटिव पाए गए नमूने और इस वर्ष रिपोर्ट किए गए दो पोलियो मामले इसी वायरस से जुड़े हैं।
डॉन के मुताबिक, इस साल अब तक कुल 38 जिलों में WPV1 वायरस पाया गया है।
पाकिस्तान पोलियो कार्यक्रम ने इस साल चार पोलियो टीकाकरण अभियान चलाए हैं, जिनमें दो राष्ट्रव्यापी अभियान शामिल हैं जो जनवरी और फरवरी में पांच साल से कम उम्र के 43 मिलियन से अधिक बच्चों को कवर कर चुके हैं।
अगला टीकाकरण अभियान जून के पहले सप्ताह के लिए निर्धारित किया गया है।
बता दें कि हैदराबाद में, तुलसीदास पंपिंग स्टेशन से नमूने लिए गए थे। दिलचस्प बात यह है कि इस साइट से पिछले पांच नमूनों की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
चमन का नमूना आर्मी काजीबा साइट से प्राप्त किया गया था, जो इस साल जिले से नौवां पॉजिटिव रिजल्ट है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक सूत्र ने खुलासा किया कि क्वेटा में रेलवे पुल साइट से नमूना एकत्र किया गया था, जो इस साल क्वेटा जिले से अठारहवां पॉजिटिव नमूना है।