कानपुर: पिता का अंतिम संस्कार करने से पहले बेटा गंगा में डूबा

अरौल कस्बे में पंचदाग कर्म से पूर्व दो बेटों समेत पांच लोग गंगा स्नान कर रहे थे, तभी सभी तेज बहाव में बह गए। बड़े और चचेरे भाई को ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन छोटे बेटे का कुछ पता नहीं चला।

कानपुर के बिल्हौर थाना क्षेत्र में अरौल के आंकिन कोठी घाट पर सोमवार को उस समय कोहराम मच गया, जब पिता के शव को मुखाग्नि देने से ठीक पहले बेटा गंगा में डूब गया। करीब दो घंटे बाद बड़े बेटे ने पिता का अंतिम संस्कार किया। एक तरफ पिता की अर्थी जल रही थी।

वहीं, दूसरी तरफ गंगा में बेटे की तलाश जारी थी। इस घटना ने परिजनों को ही नहीं, घाट में मौजूद अन्य लोगों को भी झकझोकर कर रख दिया। दरअसल, ककवन थाना क्षेत्र के मुनौव्वरपुर गांव निवासी सतीश सिंह का बीमारी के चलते निधन हो गया था।

सोमवार को गांव के लोग व परिजन आंकिन कोठी घाट पर उनका अंतिम संस्कार करने पहुंचे। पंचदाग कर्म के लिए बड़ा बेटा विजय सिंह, छोटा बेटा विनय सिंह (30), भतीजा अंशुमान सिंह व दो अन्य ग्रामीण चिता से कुछ दूर गंगा में स्नान कर रहे थे। तेज बहाव की वजह से तीनों डूबने लगे।

देर तक तलाश के बाद भी नहीं लगा सुराग
गांव के प्रताप सिंह यादव व अन्य परिजनों ने विजय व अंशुमान को तो बचा लिया, लेकिन विनय का कुछ पता नहीं चला। घाट पर मौजूद पंडों ने मछुआरों और गोताखोरों को नाव के साथ बुलाया और पुलिस कंट्रोलरूम को सूचना दी। काफी देर तक तलाश के बाद भी विनय का सुराग नहीं लगा। थानाध्यक्ष ने बताया कि युवक की तलाश मंगलवार को फिर से की जाएगी।

डेढ़ वर्ष पहले हुई थी शादी, पांच माह की पुत्री है
विनय की डेढ़ साल पहले ही रायबरेली की विनीता से शादी हुई थी। दोनों के एक पांच माह की पुत्री है। एकाएक हुई घटना के बाद पत्नी का रो-रोकर हाल बेहाल है। परिजनों व नाते रिश्तेदारों के भी आंसू नहीं थम रहे हैं।

कोठी घाट पर छह बच्चों की भी डूबकर हो चुकी है मौत
आंकिन कोठी घाट पर लोगों के डूबने की कई घटनाओं के बाद भी जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। छह अक्तूूबर 2022 को अरौल में एक घर में श्रीमद्भागवत कथा के बाद छह बच्चे स्नान के लिए यहां आए थे। सेल्फी लेने के दौरान सभी डूब गए थे।

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