प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर एसपीजी ने डेरा डाल दिया है। परिसर समेत प्रधानमंत्री के आवागमन के सभी मार्गो पर सुरक्षा व्यवस्था उन्हीं के नियंत्रण में है। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए 30,000 से अधिक जवान अलग-अलग स्थानों पर मोर्चा संभाल चुके हैं। पुलिस अधिकारियों ने इन्हें जिम्मेदारियां आवंटित करते हुए तमाम दिशा-निर्देश दिए हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 7,000 से अधिक अतिथियों के पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान जिले का सुरक्षा घेरा अभेद्य किया गया है। येलो जोन व रेड जोन के अलावा विभिन्न इलाकों में 10,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लैंडमाइन डिटेक्शन, फेस रिकॉग्निशन समेत तमाम आधुनिक उपकरणों का भी प्रयोग किया जा रहा है।
विभिन्न जिलों के 10 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
प्रदेश के विभिन्न जिलों से 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 26 कंपनी पीएसी, सीआरपीएफ, एसएसबी और आइटीबीपी आदि के जवान भी तैनात हैं। एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड की टीम लगातार विभिन्न इलाकों में निगरानी कर रही है। जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है।
सघन चेकिंग के बाद ही आवागमन की छूट
हाईवे पर प्रत्येक 200 मीटर की दूरी पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। सघन चेकिंग के बाद ही लोगों को आवागमन की छूट दी जा रही है। जवानों के ठहरने के लिए जिले की तमाम होटल धर्मशालाओं के अलावा 103 स्कूलों को भी अधिग्रहित किया गया है।
12 स्थान पर अंतिम ड्रोन सिस्टम से ड्रोन की भी निगरानी की जा रही है। नयाघाट पर फ्लोटिंग कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। जिओ फेंसिंग के जरिए जलमार्ग पर भी निगरानी की जा रही है।