बिहार के गोपालगंज में छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है। वह जनवरी महीने से फरार चल रहे थे। छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार पुलिस की मदद से गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव में छापेमारी की। इसके बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
शराब घोटाला करने का आरोप लगा है
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी प्रकाश पति त्रिपाठी के पुत्र अरुणपति त्रिपाठी छत्तीसगढ़ में अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव रह चुके हैं। उनपर नौकरी में रहते हुए 776 करोड़ का शराब घोटाला करने का आरोप लगा है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि छत्तीसगढ़ में अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव रहे अरुण पति त्रिपाठी पर शराब घोटाला का मामला दर्ज है।
जनवरी माह से ही फरार चल रहे थे
छत्तीसगढ़ पुलिस की मानें तो अरुणपति त्रिपाठी नौ माह तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे और बीते जनवरी माह से ही मोबाइल बंद कर फरार चल रहे थे। इन पर ईडी ने भी केस दर्ज कर रखा है। जनवरी से छत्तीसगढ़ पुलिस और ईडी की टीम इनकी तलाश कर रही थी। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि अरुणपति त्रिपाठी गोपालगंज में छिपे थे। इसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद आरोपी अरुपपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया।