रूसी युद्धपोतों के बाद अमेरिकी पनडुब्बी ने क्यूबा में डाला डेरा

क्यूबा में रूसी युद्धपोतों की मौजूदगी के बाद अमेरिका और कनाडा ने भी वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। अमेरिका की ओर से क्यूबा में ग्वांतानामो नौसैनिक अड्डे पर पनडुब्बी तैनात करने की घोषणा के बाद कनाडा की नौसेना का गश्ती जहाज हवाना के लिए रवाना हुआ। रूस ने भी सहयोगी क्यूबा में अपने युद्धपोतों को एक नियमित अभ्यास बताया है।

क्यूबा में रूसी युद्धपोतों की मौजूदगी के बाद अमेरिका और कनाडा ने भी वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। अमेरिका की ओर से क्यूबा में ग्वांतानामो नौसैनिक अड्डे पर पनडुब्बी तैनात करने की घोषणा के बाद कनाडा की नौसेना का गश्ती जहाज हवाना के लिए रवाना हुआ।

क्यूबा में रूसी, कनाडाई और अमेरिकी जहाजों का क्यूबा में पहुंचना शीत युद्ध के तनाव और भयावहता को दर्शाता है। हालांकि, अमेरिका और क्यूबा ने कहा है कि रूसी युद्धपोतों से क्षेत्र को कोई खतरा नहीं है। रूस ने भी सहयोगी क्यूबा में अपने युद्धपोतों को एक नियमित अभ्यास बताया है।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट और परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी कजान अटलांटिक महासागर में मिसाइल हथियारों के प्रशिक्षण के बाद बुधवार को हवाना बंदरगाह के लिए रवाना हुए।

वहीं, कनाडा के मार्गरेट ब्रुक गश्ती जहाज ने हवाना बंदरगाह में प्रवेश करने के लिए शुक्रवार तड़के युद्धाभ्यास शुरू किया। कनाडाई संयुक्त संचालन कमान ने इसे एक सामान्य यात्रा की संज्ञा दी है। वहीं, क्यूबा के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे अमेरिकी पनडुब्बी के आगमन की सूचना दी गई है, लेकिन वह इससे खुश नहीं है।

उप विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडीज डी कोसो ने कहा कि किसी देश की नौसेना यात्राएं आम तौर पर निमंत्रण का परिणाम होती हैं और यह वह मामला नहीं है। स्पष्ट रूप से हमें अपने क्षेत्र में एक ऐसी शक्ति की उपस्थिति पसंद नहीं है, जो ऐसी आधिकारिक और व्यावहारिक नीति बनाए रखता है, जो क्यूबा के खिलाफ शत्रुतापूर्ण है।

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