पुणे कार दुर्घटना मामला: गिरफ्तार मां के सामने नाबालिग से हुई पूछताछ

नाबालिग की मां को क्राइम ब्रांच यूनिट ने हिरासत में ले लिया था। अब कहा जा रहा है उन्हें जल्द ही अदालत के सामने पेश किया जाएगा। वहीं जांच के दौरान पुलिस ने बाल सुधार गृह में नाबालिग से मां की मौजूदगी में लगभग एक घंटे तक बात की। नाबालिग को 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा गया है।

पुणे पोर्श कार दुर्घटना मामले में हर दिन नया खुलासा हो रहा है। आज इस केस में नाबालिग की मां को गिरफ्तार कर लिया गया था, जब इस बात की पुष्टि हुई थी कि नाबालिग के ब्लड सैंपल उनकी मां से बदल दिए गए हैं। नाबालिग की मां को क्राइम ब्रांच यूनिट ने हिरासत में ले लिया था। अब कहा जा रहा है उन्हें जल्द ही अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

वहीं जांच के दौरान पुलिस ने बाल सुधार गृह में नाबालिग से मां की मौजूदगी में लगभग एक घंटे तक बात की। नाबालिग को 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा गया है।

माता-पिता की मौजूदगी में की जानी थी पूछताछ
किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) ने हाल ही में पुलिस को किशोर से जांच करने की अनुमति दी थी। जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के तहत नाबालिग से पूछताछ माता-पिता की मौजूदगी में की जानी थी। पुलिस की तरफ से नाबालिग से बात करने से पहले अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शैलेश बालकावड़े ने कहा था, ‘हम नाबालिग से उसकी मां की मौजूदगी में घर के अंदर पूछताछ करेंगे।’

इस मामले में नाबालिग के पिता, रियाल्टार विशाल अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल को परिवार के ड्राइवर का अपहरण करने और उस पर दोष लेने के लिए दबाव डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

आदेश में किया गया था संशोधन
जेजेबी ने 19 मई की दुर्घटना के कुछ घंटों बाद किशोर को जमानत दे दी थी और उसे सड़क सुरक्षा पर 300 शब्दों का निबंध लिखने को कहा। राष्ट्रव्यापी आक्रोश के बीच, पुलिस ने फिर से जेजेबी से संपर्क किया, जिसने आदेश में संशोधन किया और उसे 5 जून तक बाल सुधार गृह भेज दिया।

वहीं महिला और बाल विभाग के आयुक्त प्रशांत नारनवरे ने कहा था कि डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता वाली समिति अगले हफ्ते तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

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