त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार है। त्रिपुरा में विभााग आवंटन को लेकर मंत्रियों के बीच तनातनी चल रही है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से पहले ही त्रिपुरा में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री टिपरा मोथा अनिमेष देबबर्मा ने विभाग आवंटन पर नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने एक बार फिर आवंटित विभागों को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने यह भी बताया कि वे इस मुद्दे को केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष भी उठाएंगे।
पत्रकारों से बात करते हुए देबबर्मा ने कहा कि उन्होंने पहले ही मुख्यमंत्री माणिक साहा के समक्ष यह मुद्दा उठाया है।उन्होंने मंगलवार को कहा, “मुझे आवंटित विभागों से मैं खुश नहीं हूं। वन विभाग तो ठीक है, लेकिन प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (टीआरईडीए को छोड़कर)… मैं खुश नहीं हूं। मैंने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और उनसे कुछ महत्वपूर्ण विभाग आवंटित करने का आग्रह किया था, ताकि मैं ग्रामीण लोगों की मदद कर सकूं। छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।”
‘मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं’
देबबर्मा ने कहा कि वह जल्द ही दिल्ली जाकर शाह से मिलेंगे और उन्हें दोबारा गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने के लिए बधाई देंगे तथा उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 22 वर्षों से राजनीति में हूं। कई विधायकों को राजनीति में केवल पांच वर्ष पूरे करने के बाद भी कई चीजें मिल जाती हैं। अगर मुझे (महत्वपूर्ण विभाग) नहीं मिलते हैं तो कोई बात नहीं है। मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मुझे काम करना है।”