शायद ही कोई ऐसा हो जिसने कभी लीची का स्वाद न चखा हो। यह एक रसभरा फल है जिसे गर्मियों में खाने से सेहत को ढेर सारे फायदे मिलते हैं। हालांकि जरूरत से ज्यादा इसे खाना कई बार आपके हानिकारक (Lychee Side Effects) भी हो सकता है। इसकी वजह से न सिर्फ मोटापा बल्कि दांतों में सड़न आदि की समस्या भी हो सकती है।
गर्मियों में लोग अकसर खुद को हाइड्रेट रखने के लिए कुछ ऐसे फूड्स अपनी डाइट में शामिल करते हैं, जो उन्हें झुलसा देने वाली गर्मी से राहत दिलाएं और शरीर को ठंडा रखे। इन दिनों देश के कई हिस्सों में गर्मी का सितम जारी है। राजधानी दिल्ली में पारा 52 डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में हीटवेव (Heat wave) से बचने के लिए लोग विभिन्न सब्जियों और फलों को शामिल कर रहे हैं। लीची (Lychee Side Effects) इन्हीं फलों में से एक है, जिसे कई लोग बेहद पसंद करते हैं।
पानी से भरपूर लीची कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जिसकी वजह से इसे खाने के ढेरों फायदे मिलते हैं। हालांकि, किसी भी चीज की अति सेहत को नुकसान पहुंचाती है। ऐसा ही लीची के साथ भी है, जिसे अगर जरूरत से ज्यादा खाया जाए, तो इसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं। अगर आप उन लोगों में से हैं, तो जरूरत से ज्यादा इसे खा रहे हैं, तो एक बार इसके साइड इफेक्ट्स जरूर जान लें।
मोटापा
लीची में नेचुरल शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जिसकी वजह से इसमें मिठास ज्यादा होती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसे खाने से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। साथ ही ज्यादा लीची दांतों में सड़न जैसी समस्याएं और टाइप 2 डायबिटीज जैसी स्थिति के विकसित होने का खतरा बढ़ा सकती है।
फूड पॉइजनिंग
खाली पेट कच्ची लीची खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, कच्ची लीची में विषाक्त पदार्थ हाइपोग्लाइसीन ए और मिथाइलीन साइक्लोप्रोपाइल-ग्लाइसीन (एमसीपीजी) होते हैं, जिनका ज्यादा सेवन करने पर उल्टी हो सकती है।
लो ब्लड प्रेशर
अगर आप जरूरत से ज्यादा लीची खाते हैं, तो इससे आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। दरअसल, यह ब्लड प्रेशर को कम करने के अपने गुणों के लिए जानी जाती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसे खाने से तेजी से ब्लड प्रेशर में गिरावट हो सकती है। इसकी वजह से सुस्ती, बेहोशी और थकान हो सकती है।
एलर्जी की समस्या
अगर आपको कोई एलर्जी है, तो लीची का ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। लीची में काफी मात्रा में प्रोफाइलिन पाया जाता है। यह फल उन लोगों में गंभीर एनाफिलेक्टिक प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है, जो प्लांट पैन-एलर्जन प्रोफाइलिन के प्रति संवेदनशील हैं।
ऑटोइम्यून डिजीज
चूंकि लीची विटामिन सी और विटामिन ए का बेहतरीन स्रोत होती है, इसलिए इसे बहुत ज्यादा खाने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली ओवर एक्टिव हो सकती है, जिससे रूमेटोइड गठिया, ल्यूपस जैसी ऑटो-इम्यून बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।