गाजा के नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र में इजरायली कार्रवाई में 274 फलस्तीनी मारे गए हैं। शनिवार को हुई इस कार्रवाई में चार इजरायली बंधक मुक्त कराए गए थे। उसके बाद कई घंटे तक क्षेत्र में लड़ाई जारी रही। इजरायल ने इस खूनखराबे के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है।
इजरायल ने कहा, आतंकी संगठन ने बंधकों को जान-बूझकर आबादी वाले क्षेत्रों में रखा था जिससे उन्हें मुक्त कराने में बाधा आए लेकिन इजरायली एजेंसियों ने सुनियोजित तरीके से पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। जबकि हमास ने दावा किया है कि नुसीरत में इजरायली कार्रवाई में तीन बंधक मारे गए जिनमें एक अमेरिकी नागरिक था।
मारे गए लोगों में 57 महिलाएं और 64 बच्चे
गाजा के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मारे गए लोगों में 57 महिलाएं और 64 बच्चे हैं। इसके अतिरिक्त करीब 700 लोग घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने नुसीरत के अलावा दीर अल-बलाह शहर पर भी हमले किए हैं। नजदीक के अल-बुरेज शहर में हवाई हमलों में भी तीन फलस्तीनी मारे गए हैं। 1948 में इजरायल के स्थापना काल में हुए युद्ध में लाखों विस्थापितों ने गाजा पट्टी में आकर शरण ली थी। इन्हीं शरणार्थियों के एक बड़े जत्थे ने नुसीरत में टेंट लगाए थे, उनके वंशज आज वहीं पर बसे हुए हैं।
इजरायल में चार बंधकों की रिहाई का मनाया जा रहा जश्न
इससे पहले फरवरी में दो इजरायली बंधकों को छुड़वाने की कार्रवाई में 74 फलस्तीनी मारे गए थे। इजरायल में इस समय चार बंधकों की रिहाई का जश्न मनाया जा रहा है। हमास की कैद से करीब आठ महीने बाद मुक्त हुईं नोआ आर्गमनी इजरायल आने के बाद सबसे पहले अपनी कैंसर पीड़ित मां से मिलने अस्पताल पहुंचीं। आखिरी चरण के ब्रेन कैंसर से जूझ रहीं मां लियोरा प्रतिदिन अपनी बेटी की सुरक्षित रिहाई के लिए प्रार्थना करती थीं। इस बीच लेबनान में इजरायल के हवाई हमलों में चार लोगों के मारे जाने और पांच के घायल होने की सूचना है।