कर्नाटक की 75 सदस्यीय विधान परिषद में अभी भाजपा एमएलसी की संख्या 32 है। वहीं कांग्रेस के 29 एमएलसी, जेडीएस के सात और एक निर्दलीय एमएलसी हैं। पांच एमएलसी के इस्तीफे की वजह से पांच सीटें खाली हुई हैं।
कर्नाटक विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव के लिए भाजपा ने अपने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। इनमें सीटी रवि, एन रविकुमार और एमजी मुले का नाम शामिल है। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के ऊपरी सदन विधानपरिषद में 17 सीटों पर चुनाव होना है। विधानपरिषद में बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को 13 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी। जो विधेयक अभी भाजपा और जेडीएस के विरोध के कारण अटक जाते हैं, उन्हें पास कराना फिर कांग्रेस सरकार के लिए आसान हो जाएगा।
कर्नाटक को विधानपरिषद में बहुमत पाने के लिए 13 सीटें जीतना जरूरी
कर्नाटक की छह शिक्षक और स्नातक निर्वाचन सीटों पर 3 जून को चुनाव होना है। वहीं 13 जून को कर्नाटक विधानपरिषद के सदस्यों की 11 सीटों पर चुनाव होना है। कर्नाटक की 75 सदस्यीय विधान परिषद में अभी भाजपा एमएलसी की संख्या 32 है। वहीं कांग्रेस के 29 एमएलसी, जेडीएस के सात और एक निर्दलीय एमएलसी हैं। पांच एमएलसी के इस्तीफे की वजह से पांच सीटें खाली हुई हैं।
उम्मीदवार तय करने में कांग्रेस के छूट रहे पसीने
कांग्रेस को विधानपरिषद के उम्मीदवारों का नाम तय करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 11 सीटों के लिए 100 से ज्यादा दावेदार सामने आए हैं, जिनमें से 30 मजबूत उम्मीदवार हैं। उम्मीदवारों को लेकर सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार मंगलवार को पार्टी आलाकमान के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर सहमति बन सकती है। एमएलसी सीटों पर जिन उम्मीदवारों की दावेदारी मजबूत है, उनमें सीएम सिद्धारमैया के बेटे यतिंद्र सिद्धारमैया, पूर्व एमएलसी बीएल शंकर, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस की महिला कमेटी की प्रमुख पुष्पा अमरनाथ और पूर्व सांसद एल हनुमंतैया का नाम प्रमुख है।