उत्तराखंड का प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला मंगलवार से शुरू हो गया। लगभग 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। अवकाश के चलते नवरात्र के पहले दिन पूर्णागिरी धाम में भक्तों को रेला उमड़ पड़ा। यहां दिनभर जय माता दी का स्वर गुंजायमान होता रहा।
अनुमान है कि नेपाल, उप्र और उत्तराखंड से हजारों श्रद्धालु पूर्णागिरि धाम पहुंचे। भारी भीड़ को देकखर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। पुलिस, स्वयं सेवकों और मंदिर प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है। इस दौरान श्रद्धालुओं को भी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा। वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी का दावा है कि 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में मत्था टेका।
श्रद्धालुओं को मात्र 400 मीटर का फासला तय करने में चार से पांच घंटों का सामना करना पड़ा। हालांकि प्रशासन और जिला पंचायत की ओर से श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पहले से पार्किंग, रैन बसेरे, पेयजल, स्वास्थ्य और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए थे। यात्रा मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति खुद मौके पर गए और जायजा लिया। पुलिस कर्मियों की ओर से श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की गई।