चीन की धमकियों के बाद ताइवान के लिए नया प्रतिनिधि नियुक्त करते हुए अमेरिका ने कहा कि, “चीन ताइवान पर आक्रमण करने की तैयारी कर रहा है”। ताइवान में नए राष्ट्रपति के चुनाव के बाद इस स्वशासित द्वीप के खिलाफ चीन द्वारा अपनी गतिविधियों को बढ़ाने के कारण अमेरिका ने ताइवान के लिए एक नया प्रतिनिधि नियुक्त किया है। ताइवान के नए राष्ट्रपति चाहते हैं कि क्षेत्र अपनी वास्तविक स्वतंत्रता बनाए रखे।
अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल सैमुअल पापारो ने कहा कि “ताइवान के इर्द-गिर्द चीन का हालिया सैन्य अभ्यास आक्रमण की तैयारी जैसा लग रहा था।” ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के पदभार ग्रहण करने के बाद बड़े पैमाने पर अभ्यास हुआ, जो बीजिंग के आक्रामक रुख को दर्शाता है। पापारो ने चीन के तेजी से बढ़ते सैन्य निर्माण के खिलाफ़ प्रतिरोध बढ़ाने के लिए अमेरिका, जापान और उनके सहयोगियों के बीच एकजुटता के महत्व पर जोर दिया।उन्होंने जोर देकर कहा कि “अमेरिकी सरकार मुझे ताइवान संबंध अधिनियम के अनुसार आज, कल, अगले महीने और अगले साल तैयार रहने का आदेश देती है।”अमेरिका और उसके सहयोगी किसी भी संभावित संघर्ष में जीत हासिल करने के लिए तैयार हैं।
दरअसल, चीन दावा करता है कि ताइवान उसका अपना क्षेत्र है। इस सप्ताह उसने नौसेना और वायु सेना के अभ्यास का आयोजन किया था। ताइपे में वास्तविक दूतावास के रूप में कार्य करने वाले अमेरिकी संस्थान ने बुधवार को कहा कि अनुभवी राजनयिक रेमंड ग्रीन 2024 की गर्मियों से सैंड्रा औडकिर्क से कार्यभार संभालेंगे। ग्रीन ने पहले एआईटी के उप प्रमुख के रूप में काम किया है, साथ ही टोक्यो में मिशनों में भी काम किया है और वाशिंगटन में विभिन्न भूमिकाएं निभाई हैं, जो मुख्य रूप से आर्थिक संबंधों पर केंद्रित हैं।